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जौनपुर:आपदा में गिरी बाउण्ड्रीवाल के मरम्मत के लिये पीड़ित दर—दर भटकने को मजबूर।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क

केराकत, जौनपुर। साहब, हमरे बाउंड्रीवॉल पर कोतवाली में तैनात होमगार्ड के खेत में लगल पेड़ के गिरला से हमार बाउंड्रीवाल क्षतिग्रस्त हो गइल बा। जेकरा खातिर पिछले तीन महीना से तहसील से लेकर जिला के चक्कर काटत हई। मगर होमगार्ड के दबंगई के आगे आज तक हमरे बाउंड्रीवॉल के मरम्मत ना भईल। उक्त बातें थाना सम्पूर्ण दिवस में पहुंचे सेनापुर गांव राजधनी पुत्र नंदू राम ने बतौर फरियाद कही।साथ ही आगे कहा कि आपदा में गिरे पेड़ को लगभग 3 महीनों से भी ऊपर हो गया है। जिलाधिकारी को पत्रक देने के बाद क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवॉल से हल्का लेखपाल ने तो पेड़ को हटवा दिया, मगर मरम्मत नही करवा सके। मरम्मत को लेकर आईजी आरएस पर शिकायत करने पर सरकी चौकी द्वारा बिना मौके पर गए ही दोनों पक्षों को 116/117 कर मामले का निस्तारण कर दिया गया। वहीं राजस्व विभाग के लेखपाल द्वारा यह बताकर मामले का निस्तारण किया गया कि प्रार्थी व विपक्षी के जमीन के बीच सीमा निर्धारण को लेकर विवाद है, इसलिए प्रार्थी को धारा 24 कर सीमांकन कर निर्माण करवाने की रिपोर्ट लगाकर संबंधित अधिकारी को भेज मामले से गुमराह कर शिकायत को फर्जी तरीके से निस्तारण कर दिया गया जबकि पीड़ित का कहना है कि शिकायत में सीमांकन को लेकर कोई विवाद नहीं है। साथ ही निर्माण कराने की शिकायत नही की गई थी बल्कि आपदा में गिरी बाउंड्रीवॉल की मरम्मत की शिकायत की गई थी। बता दें कि आईजीआरएस निस्तारण मामले में केराकत को प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है जिसकी तारीफ जनपद समेत पूरे प्रदेश भर में की गई, मगर आलम तो देखिए हल्का लेखपाल को क्षतिग्रस्त बाउंड्रीवॉल के मरम्मत की शिकायत करने पर धारा 24 कराने के बाद निर्माण कराने की बात कहकर मामले को निस्तारण कर दिया गया। ऐसे गैरजिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी पर उच्चाधिकारी द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है, देखना दिलचस्प होगा? बहरहाल कब और कैसे बाउंड्रीवॉल की मरम्मत की जायेगी, यह तो जिम्मेदार ही तय करेंगे।