इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
जौनपुर। मकर संक्रांति से पहले पतंगबाजी की खुशी को मौत के जाल में बदल देने वाले प्रतिबंधित चाइनीज/नायलॉन/सिंथेटिक मांझे व तात के धागे के खिलाफ जौनपुर में जनान्दोलन ने जोर पकड़ लिया है। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के 2017 के सख्त आदेश के बावजूद बाजारों में धड़ल्ले से बिक रहे इस घातक धागे के विरुद्ध कीलर मांझा प्रतिबंध अभियान समिति के नेतृत्व में रविवार को भी शहर में नेतृत्वकर्ता विकास तिवारी के नेतृत्व में वृहद स्तर पर पोस्टर अभियान चलाया गया। भारी संख्या में नागरिकों ने स्वेच्छा से इसमें भाग लिया और शहर के प्रमुख चौराहों, बाजारों, सड़कों तथा सार्वजनिक स्थानों पर सैकड़ों पोस्टर चिपकाये गये।समिति के संयोजक अधिवक्ता विकास तिवारी, अतुल सिंह, सुधांशु सिंह, दिव्य प्रकाश सिंह, अंकित यादव सहित अन्य साथियों ने अभियान को विस्तार देते हुए कहा कि प्रशासन को जगाने और समाज मे जागरूकता लाने के लिए हम यह पोस्टर अभियान चला रहे हैं। प्रशासन की पतंग उड़ानें वाले प्रतिबंधित धागा के विरुद्ध कार्यवाही दिखनी शुरू हुई है। जनपद में भारी स्तर पर पतंग उड़ानें मे प्रयुक्त होने वाला प्रतिबंधित धागा बरामद कर विक्रय और भंडारण करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही हुई है लेकिन अभी और कठोरता से कार्यवाही करने की आवश्यकता है। हमारे द्वारा पूर्व में प्रशासन को कई बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब हम स्वयं जनता को जगाने के लिये पोस्टर हाथों में लिये सड़कों पर निकल पड़े हैं। रविवार होने के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे, यह अभियान की सफलता और जनता के आक्रोश को दर्शाता है।पोस्टर अभियान में जुटे सब लोग एक स्वर में अपील करते रहे कि प्रतिबंधित मांझा न बेचें, न खरीदें, न उपयोग करें। केवल सुरक्षित सूती धागा अपनाएं। उल्लंघन पर 5 वर्ष की कैद और 1 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान है। समिति ने खूनी डोर का उपयोग करने वालों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि पतंग उड़ानें के लिए सिर्फ काटन के धागे का ही उपयोग किया जा सकता है। उक्त अवसर पर विकेश उपाध्याय, पूर्व प्रमुख मेवा यादव, विशाल सिंह, रूद्रेश त्रिपाठी, भीम सोनकर, राजकुमार प्रजापति, सोनू रजक, अंकित यादव, निर्भय, अली नवाज, रंजीत यादव, देवेश मौर्य, नीरज, चन्द्रेश यादव, विराज ठाकुर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।