जौनपुर। जनपद में निःसंतानता (इन्फर्टिलिटी) के आधुनिक उपचार को लेकर पहली बार एक दिवसीय हिस्टेरोस्कोपी वर्कशॉप का ऐतिहासिक आयोजन हुआ।इस वर्कशॉप का उद्देश्य न केवल निःसंतान दम्पत्तियों को उन्नत एवं सटीक उपचार उपलब्ध कराना था, बल्कि क्षेत्र के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों को हिस्टेरोस्कोपी तकनीक, उसकी उपयोगिता और नवीनतम प्रगति से व्यावहारिक रूप से अवगत कराना भी था।
कार्यक्रम की शोभा मुख्य अतिथि डॉ. श्रीकान्त ओहरी ने बढ़ायी जिन्होंने कहा कि हिस्टेरोस्कोपी जैसी आधुनिक और मिनिमली इनवेसिव तकनीकें इन्फर्टिलिटी उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला रही है। जौनपुर जैसे शहर में इस स्तर के शैक्षणिक और तकनीकी कार्यक्रम के आयोजन की सराहना करते हुये इसे क्षेत्र के लिये एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।कार्यक्रम में प्रमुख भूमिका में डॉ. अंजू कन्नौजिया की रहीं जिनके नेतृत्व में वर्कशॉप का आयोजन हुआ जहां उन्होंने आईवीएफ और हिस्टेरोस्कोपी का लाइव प्रदर्शन करते हुए गर्भाशय की आंतरिक समस्याओं जैसे पॉलिप, सेप्टम, फाइब्रॉइड और एंडोमेट्रियल असामान्यताओं के निदान एवं उपचार की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझाया। साथ ही बताया कि हिस्टेरोस्कोपी एक सुरक्षित, प्रभावी और मिनिमली इनवेसिव तकनीक है जिसके माध्यम से इन्फर्टिलिटी के कारणों का समय रहते सटीक निदान कर सफल उपचार संभव है। इससे आईवीएफ एवं प्राकृतिक गर्भधारण की सफलता दर में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।
सह आयोजक डा. अम्बर खान, डा. मधु शारदा, डा. आरके गुप्ता के मार्गदर्शन में बड़ी संख्या में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों ने सक्रिय सहभागिता की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये डा. सुभा सिंह एवं डॉ. शैली निगम ने इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजनों को चिकित्सा क्षेत्र के लिए अत्यंत आवश्यक बताया। कार्यक्रम के समापन पर डा. विनोद कुमार ने समस्त अतिथियों, विशेषज्ञों एवं प्रतिभागी चिकित्सकों का आभार जताते हुये कहा कि इस तरह की वर्कशॉप्स न केवल चिकित्सकों के कौशल को बढ़ाती हैं, बल्कि निःसंतान दम्पत्तियों के जीवन में आशा की नयी किरण भी जगाती हैं।
इस अवसर पर डॉ. अविरल, डॉ. शिल्पी सिंह, डॉ. शकुंतला यादव, डॉ. प्रियंका सिंह, डॉ. उर्मिला गुप्ता, डॉ. शिखा शुक्ला, डॉ. पूनम सिंह, डॉ. रेनू, डॉ. लता सिंह, डॉ. पूजा यादव सहित तमाम स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों की उपस्थिति रही। साथ ही अशोक कुमार, डॉ. सुरेश कुमार, आर.डी. चौधरी, डॉ. पंकज कन्नौजिया की भी उपस्थिति रही।