इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
मुगलसराय, चन्दौली। सेठ एम.आर. जैपुरिया स्कूल्स बनारस की पड़ाव शाखा में समर कैंप के तीसरे दिन की शुरुआत नित्य की भांति ही ईश स्तुति से की गई। प्रार्थना के बोल– ‘इट्स ए ब्यूटीफुल डे’ द्वारा भगवान के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट किया गया। प्रार्थना ईश्वर से संपर्क करने का सबसे सरल और मर्मस्पर्शी साधन है। इसी कड़ी में बच्चों ने अगली प्रस्तुति एरोबिक्स का भरपूर लुत्फ उठाया। एरोबिक्स व्यायाम का संगीतमय मध्यम है जिसके द्वारा श्वास में ऑक्सीजन की मात्रा को नियंत्रित करते हुए एकाग्रता, शारीरिक तथा मानसिक संतुलन को बढ़ावा दिया जाता है। इस विधा द्वारा बच्चों में लचीलापन, प्रतिरोधक क्षमता, सहनशक्ति जैसे गुणों का विकास करके उन्हें ऊर्जावान बनाने का सफलतम प्रयास किया जाता है। टोरिंस टीम की ‘आशाऐं एवं ईलाही’ गीतों ने सभी को मंत्र—मुग्ध कर दिया। ड्रम, की बोर्ड तथा गिटार के साथ गायन का संगम सभी नन्हें मुन्नों को अपनी ओर आकर्षित और झूमने पर विवश कर रहा था। यह दृश्य मानो कोई भी अपनी आंखों से ओझल ही नहीं करना चाह रहा था।स्टेप ऑफ़ द डे में बच्चों ने शिक्षक संग आज के समय के बहुचर्चित पहाड़ी गीत ठुमक–ठुमक पर मस्ती से झूमते हुए संपूर्ण सभागार को झंकृत कर दिया। अब बारी थी कैंप के तीसरे दिन के बहुप्रतीक्षित पल की जिसमे बच्चे ‘मूवी विद आइसक्रीम’ के लिए आतुर दिखाई दे रहे थे। सिनेमा अभिव्यक्ति का सर्वाधिक प्रभावशाली एवं सशक्त माध्यम है। इस रचनात्मक माध्यम द्वारा बच्चों को बहुत ही सरल तरीके से अभिप्रेरित किया जा सकता है। विद्यालय के श्री संगम सभागार में बच्चों को बिलकुल थिएटर जैसा माहौल दिया गया और हास्य, रोमांच, और हृदय से भरपूर ‘होम अलोन’ मूवी जो केविन मैकलिस्टर नामक लड़के की कहानी है, का फिल्मांकन किया गया। यह फिल्म परिवार की महत्ता और घर की सुरक्षा पर बल देती है जो वर्तमान की प्रमुख आवश्यकता है।मध्यावकाश में रसीली आईसक्रीम और पॉपकॉर्न ने फिल्म का मज़ा दोगुना कर दिया।फिल्म के अंत में सभी बच्चों ने विपरीत परिस्थि तियों का सामना करने का दृढ़ संकल्प लिया।इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन दीपक बजाज, प्रबंध निदेशक मनोज बजाज, कार्यकारी निदेशक श्याम सुंदर बजाज, निर्देशिका मंजू बुधिया, प्राचार्य आशीष सक्सेना सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।