इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
>रेस्क्यू कार्य में जुटी NDRF टीम।
>पीएम मोदी ने मामले पर जताई शोक संवेदना।
वाराणसी। जिले में सोमवार की देर रात को एक बड़ा हादसा हो गया। श्री काशी विश्वनाथ विशिष्ट परिक्षेत्र के येलो जोन में दो मकान गिर गए हैं। इस दुर्घटना में आजमगढ़ निवासी एक महिला की जहां मौत हो गई है वहीं कई लोग घायल हो गए हैं। मकान के मलबे में कई लोग दबे बताए जा रहे हैं। मौके पर एनडीआरएफ की टीम पुलिस बल के साथ बचाव कार्य में जुटी है। दूसरी तरफ रेस्क्यू कर अभी कर लगभग एक दर्जन लोगों को अस्पताल भेजा गया है।
>70 साल से अधिक पुराने थे मकान।
यह हादसा वाराणसी के चौक थाना इलाके के खोआ गली चौराहे के समीप हुआ है। 70 साल से अधिक पुराना मकान देर रात अचानक ढह गया, जिसका कारण बारिश का रिसाव बताया जा रहा है। यह मकान राजेश गुप्ता और मनीष गुप्ता है। प्रसिद्ध जवाहिर साव कचौड़ी वाले के ऊपर स्थित इन दोनों मकानों के मलबे में आठ लोग दबे मिले।
>घायलों को अस्पताल में कराया गया भर्ती।
एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय पुलिस हादसे के बाद तुरंत मौके पर पहुंच गई और बचाव काम शुरू किया। इसमें गंभीर रूप से घायल लोगों को अस्पताल भेजा जा चुका है और बाकी रेस्क्यू लगातार जारी है। इन घायलों में एक महिला सिपाही भी बताई जा रही है। सभी घायलों को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताई शोक संवेदना।
वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र में 50 लोगों को अब तक नोटिस दी जा चुकी है, जिससे जर्जर मकानों की मरम्मत करवाई जा सके। मरम्मत के दौरान नगर निगम की सहायता से उन लोगों को कहीं और रहने को कहा जाएगा। मरम्मत बाद वे यहं फिर शिफ्ट कर सकेंगे। मंडलायुक्त ने बताया इस पूरे हादसे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन के द्वारा बात हुई है। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी लेकर शोक संवेदना जताई है।
>दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद।
इस हादसे के बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 से दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। अधिकारियों की माने तो सुरक्षा कारणों से एहतियातन यह कदम उठाया गया है। इसके चलते गेट नम्बर दो और एक पर श्री काशी विश्वनाथ धाम का दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों का दबाव बढ़ गया है। दूसरी ओर हादसे के बाद मकानों के गिरे मलबे से पूरी गली जाम होने के चलते श्रद्धालुओं से खचाखच भर गई। स्थानीय लोगों इसके चलते काफी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।