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Jaunpur : पूविवि में उड़ रहीं शैक्षणिक मानकों की धज्जियां, अभाविप ने खोला मोर्चा।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क 

सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जो शिक्षा का मंदिर है। ऐसे मंदिर में छात्रों के साथ अमानवीय व्यवहार होता है और उस पर कोई सुनवाई नहीं होती है तो छात्रों को मुखर होकर आगे आना ही पड़ता है। ऐसे में पूर्वांचल विश्विद्यालय के मैनेजमेंट विद्यार्थियों का मानना है कि जब 5 वी तक को पढ़ाने के लिए जब तमाम पढ़ाई एवं मानकों का पालन करते हुए परीक्षाएं उत्तीर्ण करता है तब जाकर पढ़ाने के योग्य माना जाता है लेकिन पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एमबीए छात्रों के साथ ऐसा नहीं है। एमबीए किया हुआ छात्र बिना किसी अनुभव के फिर से उसी सत्र में पढ़ाने के लिए योग्य मान लिया जाता है। बार—बार विश्विद्यालय प्रशासन को चेतना दिलाने के बाद भी प्रशासन अवचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। छात्रों का मानना है कि ये शिक्षक विद्यार्थियों का मानसिक शोषण भी करते हैं और फेल करने और जिंदगी खराब करने की धमकी भी देने से पीछे नहीं हटते। ऐसे में छात्र खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। साथ में टाइम टेबल की सूची 3 तारीख को प्रेषित की जाती है जबकि कुलपति, रजिस्ट्रार और डीन को 21 तारीख को जारी हुआ पत्र में बताया गया। शानू सिंह ने तीखे शब्दों में चेतावनी दी कि "विद्यार्थियों की सहनशीलता को कमजोरी समझने की भूल न करें। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने UGC और AICTE मानकों के उल्लंघन और शैक्षणिक अव्यवस्था को तुरंत नहीं सुधारा तो ऐसा आंदोलन छेड़ेगी कि पूरे कैंपस से लेकर प्रदेश स्तर तक इसकी गूंज जाएगी। शिवम् ने छात्रों की आवाज कोई दबा नहीं सकता और हम विद्यार्थियों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस अवसर पर अमन सिंह, शिवम यादव, प्रिंस, ऋषभ, आलोक, अभिनव, निखिल, सिद्धार्थ, सचिन सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।