इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
बदलापुर, जौनपुर। राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार होमगार्ड एवं नागरिक सुरक्षा उत्तर प्रदेश धर्मवीर प्रजापति ने राष्ट्रीय हित को समर्पित सनातन धर्म पर बौद्धिक संवाद एवं श्रीमद् भागवत गीता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता किया। यह कार्यक्रम दो अलग-अलग स्थानों पर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का प्रथम आयोजन ग्राम अमारी में किया गया जबकि द्वितीय आयोजन सामर्थ राजाराम दिव्यांग बालिका विद्यालय घनश्यामपुर, बदलापुर में विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर आयोजित हुआ। दोनों ही कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य सनातन मूल्यों का प्रसार, नैतिक संस्कारों की स्थापना तथा सामाजिक सेवा को बढ़ावा देना रहा।इन कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राज्यमंत्री धर्मवीर प्रजापति के साथ राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी सहित अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधिगण और सम्मानितजन की उपस्थिति रही। प्रमुख रूप से वरिष्ठ समाजसेवी एवं भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह, अवधेश सिंह, आर०पी० सिंह, विनय शाही, अजय सिंह, अशोक सिंह, अरुण सिंह सहित अन्य कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि श्री प्रजापति ने कहा कि सनातन धर्म सेवा, संस्कार और राष्ट्रहित का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि गीता मानव जीवन को कर्तव्य, कर्म और नैतिकता का संदेश देती है।
घनश्यामपुर स्थित सामर्थ राजाराम दिव्यांग बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों को वस्त्र एवं पुस्तकें वितरित की गईं। इस दौरान विद्यालय प्रबंधक अजय सिंह ने सभी अतिथियों को श्रीमद्भगवद्गीता भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण, सामाजिक कार्यकर्तागण एवं स्थानीय नागरिक की सहभागिता रही।
मुख्य अतिथि श्री प्रजापति ने कहा कि सनातन धर्म सेवा, संस्कार और राष्ट्रहित का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता के उपदेशों को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान करते हुए कहा कि गीता मानव जीवन को कर्तव्य, कर्म और नैतिकता का संदेश देती है।
घनश्यामपुर स्थित सामर्थ राजाराम दिव्यांग बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिव्यांग बच्चों को वस्त्र एवं पुस्तकें वितरित की गईं। इस दौरान विद्यालय प्रबंधक अजय सिंह ने सभी अतिथियों को श्रीमद्भगवद्गीता भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण, सामाजिक कार्यकर्तागण एवं स्थानीय नागरिक की सहभागिता रही।