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Jaunpur : ​पछुआ हवा ने बढ़ाई गलन, घरों में दुबके रहे लोग।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क 

खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में पछुआ हवा के चलते ठंड ने एक बार फिर लोगों को कंपकंपाने पर मजबूर कर दिया है। सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और सर्द हवाओं ने लोगों की दिनचर्या प्रभावित की। ठंड का असर इतना अधिक रहा कि लोग अनावश्यक रूप से घरों से बाहर निकलने से बचते नजर आये। बीते कई दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण गलन बढ़ी है। पछुआ हवा के प्रभाव से ठंड सीधे शरीर में चुभती महसूस हो रही है। सुबह और शाम के समय हालात और भी खराब हो जा रहे हैं। ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं, वहीं गर्म कपड़ों की बिक्री में भी इजाफा देखा जा रहा है।ठंड के कारण खेतासराय बाजार सहित आस—पास के ग्रामीण इलाकों में जनजीवन प्रभावित रहा। सुबह के समय बाजार देर से खुले और सड़कों पर सामान्य दिनों की तुलना में कम भीड़ दिखाई दी। दिहाड़ी मजदूरों, ठेले-पटरी वालों और छोटे दुकानदारों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ठंड के चलते कामकाज प्रभावित होने से उनकी रोजी-रोटी पर भी असर पड़ रहा है। कड़ाके की ठंड का असर बच्चों और बुजुर्गों पर विशेष रूप से देखा जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े पहनने, ठंडे पदार्थों से परहेज करने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है।ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को भी ठंड से जूझना पड़ रहा है। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए लोग झोपड़ियों को ढकने और अतिरिक्त चारे की व्यवस्था कर रहे हैं। वहीं किसान भी सुबह-सुबह खेतों में जाने से कतरा रहे हैं जिससे कृषि कार्य प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम जताई है। पछुआ हवा के बने रहने से तापमान में और गिरावट आ सकती है। ऐसे में प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था किए जाने की मांग स्थानीय लोगों द्वारा की जा रही है, ताकि जरूरतमंदों को कुछ राहत मिल सके। कुल मिलाकर पछुआ हवा और सूर्य के न निकलने से खेतासराय क्षेत्र में शीतलहर जैसे हालात बने हुए हैं और लोग ठंड से बचने के लिए घरों में दुबकने को मजबूर हैं।