इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
जौनपुर। समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर गुरूवार को निवर्तमान जिलाध्यक्ष डा. अवधनाथ पाल की अध्यक्षता में लोकबंधु राज नारायण की जयंती पर गोष्ठी हुई जहां सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। साथ ही उनके जीवनी पर चर्चा करते हुए डा. पाल ने कहा कि भारतीय राजनीति में जिद और जूनून की अनूठी मिसाल का नाम है लोकबंधु राज नारायण। बाल सुलभ संवाद करने के लिए चर्चित राज नारायण गलती पर किसी की भी मिट्टी पलीद करने से भी पीछे नहीं रहते थे। इसी स्वभाव के कारण उन्हें मोरार जी देसाई सरकार में स्वास्थ्य मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। लोकबंधु के लिए समाज और गरीब वर्ग ही प्रमुख लक्ष्य था। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वह इस कदर समर्पित थे कि वर्षों अपने घर नहीं जाते थे। 1977 के चुनाव में इंदिरा गांधी को हराने के बाद पूरे देश में उनका कद बहुत ऊंचा हो गया था। पदासीन प्रधानमंत्री को धूल चटाने के उनके रिकॉर्ड की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। सर्वाधिक बार जेल जाने का उनका अनूठा रिकॉर्ड भी चर्चित रहा है। एक बार मिलने पहुंचीं अपनी पत्नी को पहचान नहीं पाये। उनसे पूछ बैठे कि आप कौन हैं? वह अपने बेटे की शादी में शामिल नहीं हुये। इस अवसर पर श्रवण जायसवाल, राहुल त्रिपाठी, इरशाद मंसूरी, दिनेश फौजी, अनिल दूबे, अजय विश्वकर्मा, सुभाष पाल, धर्मेन्द्र सोनकर, राशिद अल्वी, अमजद अली, विक्की यादव सति तमाम लोग उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन अखण्ड प्रताप यादव ने किया।