इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
>प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत को तहसील प्रशासन कर रहा नजरअंदाज
>महीने में दो बार आयोजित होती है तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस, फिर भी जिम्मेदार मौन
केराकत, जौनपुर। जहां जिला व प्रखंड प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्रामीणों को स्वच्छता के प्रति सचेत व जागरूक किया जा रहा है, वहीं केराकत तहसील मुख्यालय स्थित सम्पूर्ण समाधान दिवस सभागार के कुछ ही दूरी पर ऊपरी तल पर जाने वाली सीढ़ियों से लगाय उपरी तल पर गंदगी का अंबार लगा हुआ देखा जा है जिसे साफ तौर पर देखा जा सकता है जो स्वच्छ भारत अभियान को मुंह चिढ़ा रहा है। मजे की बात यह है कि भवन के उपरी तल पर साफ सफाई की जहां घोर अभाव दिखता है, वहीं संबंधित लोग भी साफ सफाई कराने की जहमत नहीं उठाना चाहते हैं।
गौर करने वाली बात यह भी है कि तहसील दिवस में फरियादियों की फरियाद सुनने के लिए तहसील प्रशासन के अलावा जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक भी यहां आते हैं, मगर ऊपरी तल पर जाने वाली गंदगी भरे सीढ़ियों के ऊपर ध्यान इनायत नहीं हो पाती है जो विचारकरणीय योग्य बात है। स्वच्छ भारत अभियान का पाठ पढ़ने वाली तहसील प्रशासन चिराग तले अंधेरा की कहावत को चरितार्थ करता नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वच्छ भारत अभियान यहां पर फिसड्डी साबित होता दिख रहा है। बता दें कि प्रत्येक
तहसीलों में प्रथम शनिवार व तृतीय शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस आयोजित किये जाते हैं। बावजूद इसके तहसील मुख्यालय स्थित सभागार के बीचों बीच में बनी सीढ़ियों व ऊपरी तल पर फैली गंदगी को मुक्त नहीं किया जाना तहसील प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। बहरहाल कब और कैसे तहसील दिवस सभागार के कुछ ही दूरी पर ऊपरी तल को जाने वाली सीढ़ियों व ऊपरी तल की गंदगी को मुक्त किया जायेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।