इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
पतरही,जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के ग्राम पंचायत कोपा के पतरही बाजार में मिठाई की दुकान के सामने,फल की दुकान के सामने, फास्ट फूड की दुकान और चौराहे पर टेम्पू स्टैण्ड के पास प्रतिदिन छोटे बच्चों की टोली बाजार से गुजरने वाले राहगीरों और क्षेत्र के विद्यालयों के छात्र - छात्राओं को रोककर पैसे मांगते देखे जा सकते हैं।इस दौरान कुछ लोग दया दिखा कर इनको कुछ पैसे आदि दे देते हैं कि इनके परिवार का भला हो जाएगा।ये बच्चे जहां खुद के ग्रुप बना कर भीख मांगते हैं, वहीं कई बार इनके साथ कुछ महिलाएं भी होती हैं। परेशानी उस समय बढ़ जाती है, जब ये जबरदस्ती भीख देने के लिए लोगों से गुहार लगाने लगते हैं। इससे कई बार लोगों को असहज स्थिति का भी सामना करना पड़ता है। जिससे दुकानदारों को भी परेशानी होती है।देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों को जब जीवन यापन के लिए सड़कों पर भीख मांगते देखा जाता है तो ऐसा प्रतीत होता है कि सरकारों द्वारा बच्चों की पढ़ाई तथा कल्याण के लिए शुरू की गई करोड़ों की योजनाओं का लाभ इन तक नहीं पहुंच रहा है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत सरकारें करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। परंतु फिर भी भारी संख्या में घुमंतू परिवारों के बच्चों तक इसकी किरणें नहीं पहुंच पाई हैं। जिससे पता चलता है कि इन योजनाओं का लाभ ऐसे पात्र बच्चों तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्थानीय बाजार में तो ऐसे भीख मांगने वाले बच्चों की बाढ़ सी आ गई है। आजमगढ़ से चंदवक होकर पतरही बाजार के ही रास्ते वाराणसी के लिए चौराहे पर दौड़ती बसों में तथा बसों से बाहर भीख मांगते समय कभी भी दुर्घटना होने का डर रहता है। परंतु पेट पालने की दौड़ में ऐसे बच्चे अपनी जिदगी पर दांव लगाए हुए हैं। जिसकी ओर क्षेत्र के समाजसेवी और सामाजिक संस्थाओं सहित प्रशासन को ध्यान देने की अति आवश्यकता है।