इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
केराकत, जौनपुर। सद्गुरु संत श्री भद्राचार्य ने सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि श्रीराम के वंशज डोभी क्षेत्र में रहते हैं। अगर रामलला को देखना है तो डोभी के रघुवंशियो को देखिए और मैं श्रीराम का सेवक हूं। उनके परिवार का हूं और जनता के बीच में आया हूं और जनता फैसला करेगी। उक्त बातें जनपद के सदर सीट से अपनी प्रबल दावेदारी पेश कर रहे भाजपा नेता अजय सिंह अपने पैतृक निवास पनिहर में पत्रकारों से बात करते हुए कही साथ ही आगे कहा कि हमारे पूर्वज देश की पहली गदर क्रांति में बढ़—चढ़कर हिस्सा लेते हुए देश की आजादी में अपनी अहम भूमिका निभाई थी। हमारे क्षेत्र के कई महापुरषों ने देश व विदेश में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। हमारे खून में देश सेवा है। जौनपुर का आंशिक रूप से विकास नहीं हो पाया है जिसका कारण यह है कि लोग चुनाव के समय में अटैची उठाकर आते हैं और जितने के बाद अटैची लेकर चले जाते हैं जिस वजय से यहां का विकास नहीं हो सका है। जहां हमारी पार्टी के सांसद व विधायक है, वहां पर विकास दिखता है। उन्होंने कहा कि आज जौनपुर में 83 प्रतिशत लोग शिक्षित हैं। पिछले 5 सालों से मैं क्षेत्र में हूं। लोगों से मिलकर सरकार के 9 सालों की उपलब्धियों के बारे में उन्हें बताकर जागरूक कर रहा हूं। हमारी सरकार ने देश भर में सड़कों का जाल बिछा चुकी है। बावजूद इसके भी हमारा जौनपुर उपेक्षी है जिसका कारण मौजूदा सांसद है। अगर पार्टी आलाकमान हमे उम्मीदवार बनाती है तो जौनपुर में विकास का गंगा बहेगी। बता दें कि जब से भाजपा नेता अजय सिंह ने सदर सीट से अपनी उम्मीदवारी पेश की है तब से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। लोग पनिहर गांव पहुंच बधाई दे रहे हैं।
> दो पूर्व आईएएस अधिकारी के बाद अजय की दावेदारी से जौनपुर की सियासत हुई गर्म
5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की 3 राज्यों में प्रचंड जीत के साथ देश भर में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल शुरू हो गई है। देश भर के प्रमुख सीटों को लेकर प्रत्याशियों की कवायद शुरू हो गई है। इसी कड़ी में जौनपुर सदर सीट को लेकर एक बार फिर चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। हर कोई यहां अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहा है। दो पूर्व आईएएस अधिकारी के चुनाव लडने की चर्चा से जौनपुर की सियासत गर्म थी कि इसी बीच डोभी क्षेत्र के पनिहर गांव निवासी अजय सिंह की चुनाव लडने की दावेदारी होते ही सियासी पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। हालांकि अभिषेक सिंह व अजय सिंह केराकत क्षेत्र से आते हैं और जौनपुर सदर सीट से अपने सियासी करियर की धुरी बनाते दिख रहे हैं। सदर सीट की बात करें तो धनंजय सिंह ने भी जौनपुर में मजबूत सियासी जमीन तैयार की है। चुनावी इतिहास बताता है कि वह हमेशा लड़ाई में बने रहे हैं। कई चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे। इसी के दम पर वह हर बार चुनाव में ताल ठोकते हैं। इस बार वह इंडिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार बनने की जुगत में लगे हैं। सवाल यह है कि पूर्व आईएएस अफसर दिनेश सिंह, अभिषेक सिंह या अजय सिंह में से कौन बीजेपी के मास्टरप्लान पर कितना फिट बैठेंगे, यह तो समय के गर्भ में है। बहरहाल दावेदारों की निगाहें पार्टी आलाकमान पर टिकी हुई है। किसको मिलेगी सदर लोकसभा सीट की दावेदारी, देखना दिलचस्प होगा।