Hot Posts

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Varanasi:डोभी के किसानों का दानगंज में टोल प्लाजा पर धरना, रोड नहीं तो टोल नहीं के लगे नारे ।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क

> 5 घंटे के बाद पहुंचे एनएचआई अधिकारी।


वाराणसी/जौनपुर। वाराणसी के बलरामगंज दानगंज में नवनिर्मित टोल प्लाजा पर डोभी के किसानों का धरना प्रदर्शन अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जबरदस्त रूप से जारी रहा है जिससे घबराए राष्ट्रीय राजमार्ग वाराणसी इकाई के अधिकारियों ने काफी मान-मनौव्वल के बाद किसानों को मानते हुए उनके धरने को समाप्त कराया है। इस दौरान भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पीएसी बल की भी तैनाती कर दी गई थी। किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन के अधिकारी हांफते हुए नजर आए हैं।


> 12 वर्षों से मुआवजा मांग रहे किसान।

बताते चलें कि डोभी क्षेत्र के किसानों को पिछले 12 वर्षों से अपनी भूमि के मुआवजा की मांग और आधे-अधूरे हाईवे निर्माण का विरोध करते आ रहे हैं जिस पर संतोषजनक कार्रवाई के बजाय एनएचआई किसानों को ही पार्टी बनाते हुए हाईकोर्ट में मुकदमा कर नोटिस थमा दिया है जिससे किसान आंदोलित हो उठें। तमाम फरियाद गुहार दिल्ली लखनऊ से लेकर जिला मुख्यालय तक ज्ञापन दिए जाने के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो थक-हार कर किसानों ने बलरामगंज स्थित टोल प्लाजा पर 21 फरवरी से जोरदार आंदोलन का ऐलान कर दिया था। अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को सुबह तकरीबन 10 बजे से ही सैकड़ों किसान धरनास्थल पर डट गए थे। धरने में किसानों की भारी भीड़ हुई इकट्ठा हुई। 'रोड नही तो टोल नही के पोस्टर व नारों से टोल प्लाजा' गूंजता रहा है।

>किसानों को मनाने का प्रयास करते रहे अधिकारी।

सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस धरनास्थल पर मुस्तैद रही तो वहीं दूसरी ओर धरने में शामिल होने आये किसान लकड़ी से निर्मित हल, कुदार, हंसुवा के साथ शांतिप्रिय तरीके से बैठे नजर आए। धरने के एक घंटे बाद मौके पर पहुंचे एनएचआई के अधिकारियों ने किसानों को मनाने का लगभग दो घंटे तक हाई प्रोफाइल ड्रामा किया लेकिन किसान टस से मस होने को तैयार नहीं थे। इस दौरान वाराणसी सारनाथ जोन के एसीपी धनंजय मिश्रा ने किसानों को मनाने का काफी प्रयास किया लेकिन किसान मौके पर एनएचआई के आरो व जनप्रतिनिधियों को बुलाने पर अड़े हुए थे। किसान धरने पर बैठे रहे। धरने को लगभग 5 घंटा बीत चुका था लेकिन मौके पर कोई भी जनप्रतिनिधि या जिम्मेदार व्यक्ति नहीं पहुंचा था।

> केराकत अधिवक्ता संघ ने भी किया धरने का समर्थन।

आखिरकार किसानों के भारी आक्रोश और बढ़ते तेवर को भांपकर 5 घंटे के बाद मौके पर पहुंचे राष्ट्रीय राजमार्ग वाराणसी के अधिकारियों ने किसानों के मांगों से संबंधित ज्ञापन लेकर संतोषजनक हल निकालने के साथ किसानों के साथ न्याय करने का भरोसा दिलाया तब जाकर किसानों ने अपना धरना समाप्त किया है। धरने के समर्थन में केराकत अधिवक्ता संघ भी हिस्सा लिया। लगभग 5 घंटे चले धरने में चोलापुर प्रभारी निरीक्षक अतुल सिंह को किसानों को मनाने में अहम भूमिका निभाने के साथ ही सुरक्षा को लेकर धरने के चारों तरफ भ्रमण करते देखा गया। इस अवसर पर किसान नेता अजीत सिंह डोभी, जय प्रकाश राम, अरविंद पांडेय, मनीष सिंह, अनील सोनकर गांगुली समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे।