इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
बक्शा, जौनपुर। खंड शिक्षा अधिकारी शिखा मिश्रा ने मंगलवार को क्षेत्र के विभिन्न इलाकों का सघन दौरा किया। इस दौरान बिना मान्यता के संचालित हो रहे दो विद्यालयों को बंद कराते हुए उनके बच्चों को सरकारी विद्यालय में नामांकन कराने के लिए अभिभावकों से अनुरोध किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ऐसे किसी भी विद्यालय को चलाने की अनुमति नहीं दी जाएगी जिनकी मान्यता नहीं ली गई। उन्होंने कहा कि इस संबंध में स्पष्ट शासनादेश है। साथ ही जिलाधिकारी द्वारा भी टास्कफोर्स का गठन किया गया है और बिना मान्यता के चलाए जाने वाले विद्यालयों और उनके संचालकों के खिलाफ आवश्यकता पड़ने पर मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ऐसे दर्जन भर विद्यालयों को चिन्हित किया जा चुका है और पूर्व में कई विद्यालयों को बंद कराए जाने की कार्रवाई भी की गई है। बावजूद इसके संज्ञान में आया है कि लोग चोरी—छिपे विद्यालयों का संचालन कर रहे हैं।इसी क्रम में मंगलवार को खंड शिक्षा अधिकारी ने अपनी टीम के साथ कोटवा गांव में संचालित हो रहे मां सरस्वती शिशु मंदिर पहुंचकर अध्यापकों से मान्यता के प्रपत्र मांगे तो सभी बगले झांकने लगे जिसके बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी बच्चों को यह कहकर वापस भेज दिया कि यह विद्यालय अब बंद किया जाता है। सभी अपना नामांकन सरकारी विद्यालय में करवा लें। इसके बाद उन्होंने क्षेत्र के हैदरपुर गांव का निरीक्षण किया जहां पूर्व जानकारी के अनुसार सरस्वती ज्ञान मंदिर नाम से बिना मान्यता का विद्यालय संचालित किया जा रहा था, वहां भी उन्होंने जब मान्यता से संबंधित पत्रजात मांगे तो संचालक दिखा नहीं सके। इसके बाद तत्काल विद्यालय को बंद करा दिया गया और बच्चों को सरकारी स्कूल भेज दिया गया। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से बिना मान्यता के चलाये जा रहे विद्यालय के संचालकों में हड़कंप मच गया है।