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Jaunpur: गौराबादशाहपुर ईओ के विरूद्ध सभासदों ने जिलाधिकारी से की शिकायत।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क 

धर्मापुर, जौनपुर। नगर पंचायत गौराबादशाहपुर के सभासदों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर ईओ के ऊपर सभासदों के साथ अपने वार्डो में साफ सफाई व विकास कार्य करवाने के लिए पत्र देने के दौरान दुर्व्यवहार करने एवं पुराने कार्यो का फर्जी ढंग से टेंडर कराकर भुगतान कर लेने का आरोप लगाते हुए डीएम को हस्ताक्षर युक्त पत्र देते हुए शिकायत किया तथा सक्षम अधिकारी से जांच करवाने की मांग किया।बता दें कि स्थानीय नगर पंचायत के चोरसंड उतरी वार्ड के सभासद अतीक अहमद के साथ सभासद शीशवंश सिंह, अजीत विश्वकर्मा, तौफीक अहमद, मनीष कुमार ने मंगलवार को सुबह कलेक्ट्रेट परिसर में डीएम कार्यालय पहुंच गये। सभासदों ने डीएम डॉ दिनेश चंद्र से शिकायत पत्र देते हुए आरोप लगाया कि वार्ड के किसी भी विकास कार्य के लेकर जब भी नगर पंचायत कार्यालय के ईओ शशिकांत तिवारी के पास जाते हैं तो उनके द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है।सभासदों ने अवगत कराया कि उनके द्वारा किए जा रहे दुर्व्यवहार को ही लेकर अभी दो सप्ताह पहले कार्यालय पर डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन भी किया था, फिर भी अभी उनके व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ। जर्जर एवं जलजमाव युक्त मार्गों को बनवाने के लिए कहा जा रहा है तो वह बात को अनसुनी करते रहे हैं और कारण पूछने पर झड़प करने के लिए तैयार रहते हैं। सभासदों ने आरोप लगाया कि अधिशासी अधिकारी द्वारा पुराने कराए गए कार्यों का फर्जी ढंग से पुनः टेंडर कराकर भुगतान करवाया जा रहा है। ऐसी स्थिति में नगर पंचायत में विधिवत अनियमितता व फर्जी कार्य करवाए जा रहे हैं। सभासद ने डीएम से जनपद के किसी सक्षम अधिकारी द्वारा कार्यालय में करवाए जा रहे निर्माण कार्य विकास कार्यों की जांच करवाने की मांग किया जिस पर डीएम ने सभासदों की शिकायत पर प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय सीआरओ को बुलवा लिया।शिकायत करने वालों में सभासद शीशवंश सिंह, अतीक अहमद, अजीत विश्वकर्मा, तौफीक अहमद, मनीष कुमार, सभासद प्रतिनिधि सलामुद्दीन अंसारी, सन्नी गुप्ता, जितेंद्र कुमार, अमीक अंसारी अमन कुमार मौजूद रहे। प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय सीआरओ अजय अम्बष्ठ ने बताया कि सभासदों की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा मेरी अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी टीम गठित की गई है। बहुत जल्द नगर पंचायत कार्यालय पहुचकर जांच प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जांच उपरांत रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित की जायेगी।