इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
नौपेड़वा, जौनपुर। बक्शा क्षेत्र के लेदुका बाजार में स्थित श्रीराम जानकी मंदिर के परिसर में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत महापुराण सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं श्रीराम कथा के पांचवें दिन सोमवार को रात्रि वाराणसी से पधारे मानस कोविद डॉ. मदन मोहन मिश्र ने कहा कि श्रीकृष्ण ने गोवर्धन की पूजा करके कुरीतियों का विनाश किया। कन्हैया ने इन्द्र का मान मर्दन करते हुए गोर्वधन पूजन करके बताया कि हमें कुरीतियों को परंपरा के नाम पर ढोना नहीं चाहिए, बल्कि प्रगति वादी बनकर अच्छी परंपरा का सृजन करना चाहिए।7 दिवसीय मानस कथा के पांचवें दिन सैकड़ों भक्तों की भीड़ ने कथा का रसपान किया जहां श्री मिश्र ने कहा कि परंपरा के नाम पर धोखा देने वाले को भगवान देखना भी नहीं चाहते। पूतना उद्धार की कथा सुनाते हुए कहा कि पूतना दूध के बहाने जहर पिलाना चाहती थी फिर भी श्रीकृष्ण ने उसका उद्धार किया। राजा बलि के समर्पण से प्रसन्न भगवान वामन अति प्रसन्न हुए। शुक्राचार्य ने राजा बलि को दान करने से रोका जिस कारण उनकी वैराग्य की एक आंख चली गयी।वाराणसी से पधारी मानस कोकिला डॉ. सुधा पाण्डेय ने श्रीराम जन्म प्रसंग की कथा व अयोध्यावासियों की चर्चा कर लोगों को मंत्र—मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। अन्त में आयोजक राजनाथ सेठ ने कथा वाचकों को माल्यार्पण किया।