इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
खेतासराय, जौनपुर। मानदेय, अधिकारों और सम्मान की मांग को लेकर आशा बहुओं का आंदोलन तेज हो गया है। प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत गुरुवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सोंधी पर प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं ने 3 सूत्री मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया और मांग पत्र प्रभारी चिकित्साधिकारी सूर्य प्रकाश यादव को सौंपा। प्रदर्शन के दौरान आशा बहनों ने आरोप लगाया कि सरकार और विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें महीनों से उनके कार्य का पूरा भुगतान नहीं मिला है। बार-बार निवेदन और ज्ञापन देने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।प्रदेश अध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि आशा कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं— गर्भवती महिलाओं की देखरेख, टीकाकरण अभियान, प्रसव के प्रति जागरूकता, पोषण एवं परिवार नियोजन जैसी योजनाओं का सफल संचालन इन्हीं के माध्यम से होता है। इसके बावजूद आशा बहुओं को न समय पर मेहनताना मिलता है और न ही उनके मानदेय का उचित निर्धारण किया गया है।उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए कई बार पत्राचार, धरना और आंदोलन किया गया लेकिन मांगों को लगातार अनदेखा किया गया। ऐसे में कलमबंद हड़ताल ही आखिरी विकल्प बचा है। समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हड़ताल के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में कोई बाधा आती है तो इसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व मुख्यमंत्री कार्यालय की होगी।आशा बहनों ने मांगों को ओर ध्यान दिलाते हुये कहा कि सभी लंबित मानदेयों का तत्काल भुगतान किया जाय। भविष्य में समय पर नियमित भुगतान की व्यवस्था लागू की जाय। आशा कार्यकर्ताओं को न्यूनतम मजदूरी के अनुरूप मानदेय, कार्य आधारित प्रोत्साहन राशि एवं सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिया जाय। आशा बहनों का कहना है कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं होतीं और लंबित भुगतान नहीं किया जाता, तब तक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगी। प्रदर्शन के दौरान आशा बहनों ने सरकार की नीति के खिलाफ नारेबाजी करते हुये आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया।इस अवसर पर ब्लाक अध्यक्ष शशिकला, सीमा, रिकू देवी, फूलमती, शिल्पी सिंह, अमिता राजभर, शारदा देवी, ममता, संगीत, माया, नीतू सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।