इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
बरईपार,जौनपुर। क्षेत्र के सकरा गांव में सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे ध्रुव और विदुर जैसे कृष्ण भक्तों के मार्मिक प्रसंग का वर्णन किया।अयोध्या धाम से पधारे कथाव्यास श्री निवासाचार्य कथा में भक्त और भगवान की महिमा के महत्व को बतलाया।उन्होंने बताया कि जब ध्रुव पांच वर्ष की उम्र में भगवान को पा सकते है तो हम क्यों नहीं पा सकते । वहीं विदुर प्रसंग में बताया कि भगवान कृष्ण उनकी कुटिया में जाकर केले के छिलके का भोग स्वीकार किया।धार्मिक आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा पंडाल भाग लिया। श्रीमद्भागवत कथा के यजमान चिंतामणि पांडेय उनकी पत्नी सरोजा देवी ने कथा सुनने आए श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर डॉ माता शंकर पांडेय, पंडित चंद्र प्रकाश दूबे,शेष मणि मिश्रा अरविंद मिश्र, अजय मिश्र, आशुतोष पांडेय सुबास पांडेय ,अखिलेश तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे ।