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Jaunpur News : ​अपराध मुक्त समाज के लिये नैतिक शिक्षा अनिवार्य: भगवान भाई

शाहगंज, जौनपुर। स्थानीय नगर में स्थित पब्लिक इण्टर कालेज में "अपराध मुक्त समाज हेतु नैतिक शिक्षा की आवश्यकता" विषय पर आयोजित संगोष्ठी में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू (राजस्थान) से पधारे राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि समाज में बढ़ती हिंसा व अपराधों का मूल कारण नैतिक शिक्षा का अभाव है। नैतिक व आध्यात्मिक शिक्षाओं के माध्यम से ही अपराधमुक्त और संस्कारित समाज का निर्माण संभव है।
उन्होंने आगे कहा कि कुसंग, व्यसन, सिनेमा, मोबाइल और फैशन की अंधी दौड़ ने आज की युवा पीढ़ी को भटका दिया है। काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, ईर्ष्या और नफरत जैसे मनोविकारों के प्रभाव में आकर युवा गलत दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। भगवान भाई ने कहा कि नैतिक शिक्षा इन विकारों पर नियंत्रण का सबसे सशक्त माध्यम है जो युवाओं को सकारात्मक और रचनात्मक सोच प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि देश विकसित बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है लेकिन युवा वर्ग में फैलते अपराध भावी समाज के लिए गंभीर चुनौती हैं। यदि भविष्य को सुरक्षित व अपराधमुक्त बनाना है तो वर्तमान युवा पीढ़ी को नैतिक शिक्षा से संस्कारित और सशक्त बनाना होगा। नैतिक शिक्षा ही समाज में फैल रहे बैर, नफरत और अहंकार को समाप्त कर सकती है।
शिक्षा के मूल उद्देश्य पर बोलते हुए भगवान भाई ने कहा कि चरित्र निर्माण, नशा व बुराइयों से मुक्ति तथा व्यवहार में परोपकार, त्याग, उदारता, सहनशीलता जैसे सद्गुणों का विकास ही वास्तविक शिक्षा है। जो ज्ञान अज्ञान के अंधकार से सत्य और प्रकाश की ओर ले जाए, वही सच्चा ज्ञान है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रिंसिपल आशीष मौर्या ने ब्रह्माकुमारी संस्था के इस प्रयास की सराहना करते हुये कहा कि ऐसे आयोजन युवाओं को सही दिशा देकर अपराधमुक्त समाज के निर्माण में सहायक सिद्ध होंगे।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी राजयोग शिक्षिका बीके समीता बहन ने भगवान भाई का परिचय देते हुए बताया कि वे अब तक 12,000 से अधिक स्कूल-कॉलेज तथा 1,100 से अधिक जेलों में नैतिक शिक्षा का संदेश दे चुके हैं। इसी उपलब्धि के कारण उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है।
इसी क्रम में स्थानीय सेवा केंद्र प्रभारी अनिता बहन ने संस्था के उद्देश्य व कार्यों की जानकारी दिया। इस अवसर पर बीके संतोष भाई, बीके गणेश भाई, दयाराम भाई, सोमनाथ भाई, श्याम नारायण भाई, राम विलास भाई सहित कॉलेज का पूरा स्टाफ उपस्थित रहा। अन्त में राजयोगी भगवान भाई ने उपस्थित जनों को मन को एकाग्र करने हेतु राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराया।