इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
बाराबंकी। अतिवृष्टि के चलते नगर क्षेत्र में भारी जल भराव हो जाने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो चुके हैं।चौबीस घंटे बाद भी शहरी क्षेत्र का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। एस डी आर एफ, एन डी आर एफ टीमों के साथ ही पी ए सी व पुलिस के जवान मोर्चा संभाले हुए हैं। जिला प्रशासन द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। पटेल तिराहे से लोगों को आगे जाने से रोक दिया गया है। कमरिया बाग, दशहरा बाग, नेबलट तिराहा, रेलवे स्टेशन पर बाढ़ जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। वन विभाग कार्यालय के साथ ही आवासीय कालोनी में पानी भर जाने से कर्मचारियों ने भाग कर दूसरे सुरक्षित ठिकानों में शरण ली है। गुलरिया गार्दा, संतोषी माता मंदिर, यंग स्ट्रीम, चौहान गेस्ट हाउस, पीरबटावन के साथ ही जल भराव वाली सभी जगहों पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में दोपहर बाद तक एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीम द्वारा पानी से 1500 लोगों को निकाला जा चुका था।जिलाधिकारी अविनाश ने बताया कि जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से लगा हुआ है बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के साथ खाद्य पदार्थों का वितरण किया जा रहा है।अयोध्या जनपद से मंगाई गई अतिरिक्त दस नावे बराबर बचाव कार्य में लगी हुई हैं।नगर की सड़कों पर भारी जलभराव होने के कारण आवागमन में हुई दिक्कतों को देखते हुए वाहनों को रोक दिया गया। बाढ़ की स्थिति में भी जिला जज का कार्य के प्रति लगाव खुलकर सामने आया।काफी ऊंचाई तक भरे हुए पानी में जिला जज ने सरकारी वाहन से किनारा किया।न्यायालय पहुंचने का कोई रास्ता नजर नहीं आने पर उन्होंने ट्रैक्टर बुलाया और उसी पर बैठकर अपने कोर्ट में पहुंचे। पटेल तिराहे पर भरे हुए पानी को देखकर नदी जैसे हालात नजर आ रहे थे। लोगों का आवागमन बंद होने के बाद भी पुलिस की गैरमौजूदगी में लोग निकलने से बाज नहीं आ रहे थे।पानी में होकर शहर की तरफ जा रही महिला का संतुलन बिगड़ा तो वह पानी में बहने लगी।रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी टीम ने दौड़कर महिला को पानी से सुरक्षित निकाल लिया।
प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री सतीश शर्मा व सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने जलभराव वाली जगहों में पर पहुंच कर हालत का जायजा लिया उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन देने के साथ अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।