इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
अयोध्या। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद भव्य राममंदिर में पहली रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के रामनगरी पहुंचने की संभावना है। इसे दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा के अचूक प्रबंध किए जा रहे हैं। पर्व को लेकर संपूर्ण रामनगरी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की निगरानी में होगी। सुरक्षा तंत्र ऐसी व्यवस्था कर रहा है कि श्रद्धालुओं के मूवमेंट पर नजर रखी जा सके। अयोध्या धाम में रामनवमी के उपलक्ष्य में नौ अप्रैल से रामनवमी मेला का शुभारंभ हो चुका है, जो मुख्य पर्व यानी 17 अप्रैल तक जारी रहने वाला है। यहां 25 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। सोमवार से मालवाहक वाहनों के लिए जिले की सीमा से यातायात डायवर्जन लागू हो जाएगा। संपूर्ण मेला क्षेत्र को कुल सात जोन तथा 39 सेक्टर में विभाजित किया गया है। वहीं, यातायात व्यवस्था को दो जोन तथा 11 क्लस्टर में विभाजित कर यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 11 अपर पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस उपाधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उप निरीक्षक, 25 महिला उप निरीक्षक, 1305 मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 270 महिला मुख्य आरक्षी/आरक्षी, 15 कम्पनी पीएसी, 2 कंपनी बाढ़ राहत, एक टीम एसडीआरएफ व एक टीम एटीएस की अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक जोन में पुलिस व्यवस्था के प्रभारी एक अपर पुलिस अधीक्षक तथा प्रत्येक सेक्टर के प्रभारी अधिकारी एक पुलिस उपाधीक्षक/निरीक्षक बनाए गए हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर व बाह्य संपूर्ण मेला क्षेत्र को 24 घंटे ड्यूटी लगाकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। रामपथ पर कुल 15 ड्राप डाउन बैरियर लगाने के साथ 13 होल्डिंग एरिया बनाकर सुरक्षित दर्शन व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। विभिन्न स्थानों पर 111 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यलो जोन कंट्रोल रूम से निरंतर निगरानी आरम्भ कर दी गई है।
>सीसीटीवी कैमरों से होगी क्राउड मानिटरिंग।
नयाघाट स्थित सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस से नयाघाट पुलिस चौथी तक मेला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। श्रद्धालुओं के आने वाले मार्गों मुख्यतः साकेत पेट्रोल पंप से लता चौक होते हुए सरयू घाट से हनुमानगढ़ी एवं हनुमानगढ़ी से कनक भवन व रामलला मंदिर को विभिन्न जोन एवं सेक्टर में विभाजित कर पुलिस बल का व्यवस्थापन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सरयू नदी व राम की पैड़ी पर सुरक्षा के लिए जल पुलिस, विभिन्न मंदिरों व मेला क्षेत्र में पुलिस एवं पीएसी बल की व्यवस्था की जाएगी। अयोध्या धाम में चारों तरफ विभिन्न स्थानों पर 24 एएनपीआर कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन किया जाएगा। गोंडा सीमा पर लगाए गए कैमरों के माध्यम से वाहनों एवं श्रद्धालुओं के आगमन और प्रस्थान पर नजर रखी जाएगी। अयोध्या धाम में स्थापित सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी विभिन्न स्थलों पर भीड़ का आकलन व विभिन्न ट्रैफिक डायवर्जन की आवश्यकता का आकलन एवं निर्णय किया जाएगा। अयोध्या धाम क्षेत्र में विभिन्न कंट्रोल रूम में स्थापित कुल 560 कैमरों के माध्यम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट पर दृष्टि रखी जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न क्षमताओं के दस ड्रोन भी तैनात किए जाएंगे।
ये भी होगी व्यवस्था– मेला कंट्रोल, पक्का घाट, साकेत पेट्रोल पंप, नागेश्वर नाथ, हनुमानगढ़ी, श्रीराम जन्मूभूमि, कनक भवन, अयोध्या रेलवे स्टेशन, अयोध्या कोतवारी, बंधा तिराहा और कंट्रोल रूम (रिजर्व) पर एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम उपलब्ध रहेगी।– बंधा तिराहा, बड़ा स्थान तिराहा, पक्का घाट, राम की पैड़ी, रानोपाली क्रासिंग, नया घाट और बालू बरेहटा पार्किंग स्थल पर पुलिस सहायता केंद्र व पूछताछ कार्यालय स्थापित किए जाएंगे।– तुलसी उद्यान, कोतवाली अयोध्या और मेला कंट्रोल रूम नया घाट पर खोया पाया कैम्प स्थापित किया जाएगा।