इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
बाराबंकी। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह के साथ तहसील रामनगर के बाढ़ प्रभावित गांव सरसंडा का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि सरयू नदी की कटान से इस गांव के अस्तित्व पर संकट आ गया है।ग्रामीणों सहित हलका लेखपाल ने बताया कि 55 घरों के इस गांव में अब तक 29 मकान सरयू नदी की तेज कटान में समा चुके है। लोग अपने परिजनों व जानवरों को लेकर सुरक्षित स्थान की तलाश में है। जिला अधिकारी ने उपजिलाधिकारी व तहसीलदार रामनगर सहित सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि तत्काल बाढ़ से प्रभावित सभी परिवारों व उनके जानवरों के लिये लिये समुचित व्यवस्था कराई जाए। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि सभी के खाने पीने व उनके जानवरों के लिये भूसे आदि की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जा रही है। लेखपाल रवि प्रकाश ने बताया कि जिनके मकान सरयू नदी की कटान में समा गए है, उसमें से 20 परिवारों को अटाहरी गांव में तथा 9 परिवारों को बतनेरा गांव में विस्थापित करने की तैयारी की जा रही है। उक्त दोनों स्थानों का भी डीएम और एसपी ने निरीक्षण किया और सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस मौके पर उपजिलाधिकारी रामनगर पवन कुमार, तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।