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Jaunpur:नि:स्वार्थ भाव से वृद्धाश्रम में पहुंचे स्कूली बच्चों ने की सेवा।

इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क 

>बुजुर्गों की हालत देख कई बच्चों की आंखों से छलके आंसू।

जौनपुर। सोशल मीडिया एक सुंदर वीडियो देखने को मिला था जिसमें एक परिवार अपने घर के बूढ़ों को वृद्धाश्रम पहुंचाने जा रहा था। इसी बीच एक बालक ने अपने मां-बाप से पूछा कि क्या आगे चलकर मुझे भी आप लोगों को वृद्धाश्रम में छोड़ना पड़ेगा? इस सवाल ने मानो पूरे परिवार को हीलाकर रख दिया और उन्हें एक बार फिर अपने निर्णय पर सोचने पर मजबूर कर दिया था कि आखिर वह क्या करने जा रहे थे? लेकिन इसके बाद भी वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को छोड़ने की परंपरा जारी है। जौनपुर जैसे शहर में भी वृद्धाश्रम है जहां पर दर्जनों बुजुर्ग जैसे-तैसे अपना जीवन काट रहे हैं। शुक्रवार को जब स्कूल के बच्चों को लेकर शिक्षक शनि जायसवाल वृद्धाश्रम में पहुंचे तो ढेर सारे बच्चों को देखकर उनकी नाना-नानी, दादा-दादी के उम्र के बुजुर्ग जैसे चहक उठे हो। बच्चों ने भी बुजुर्गों संग खूब स्नेह बांटा और उनसे खूब सवाल भी पूछे। बच्चों ने नि:स्वार्थ भाव से उनकी सेवा भी की। कोई पैर दबा रहा है तो कोई सिर दबा रहा है। कोई हाथ दबा रहा था तो कोई खाना बना रहा था। बुजुर्गों संग काफी समय व्यतीत करने से कई बच्चों के आंखों से आंसू छलक आए। वहीं एक बुजुर्ग तम्बाकू खा रहा था तो दादा जी कहकर बच्चियों ने उनसे कसम ले लिया कि वह अब तम्बाकू नहीं खाएंगे। ढेर सारे बच्चों को अपने पास पाकर बुजुर्ग के चेहरे खिल उठे।