>आजमगढ़ में साइबर क्राइम जागरूकता अभियान।
आजमगढ़। अमर उजाला फाउंडेशन की तरफ से ब्यूरो प्रभारी अंबुज तिवारी के अध्यक्षता में पुलिस की पाठ शाला का आयोजन दुर्गा जी इंटर कॉलेज आजमगढ़ में हुआ। इस मौके पर साइबर जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। साइबर क्राइम एक्सपर्ट ओपी जायसवाल ने छात्राओं को सोशल मीडिया के उपयोग के साथ-साथ क्यूआर कोड एवं ई-वॉलेट से होने वाले साइबर क्राइम से बचाव के बारे में संपूर्ण जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि सोशल साइट्स, ऐप के उपयोग से पहले उसकी प्राइवेसी जरूर चेक करनी चाहिए।मोबा इल पर किसी को भी अपने एटीएम और बैंक सम्बंधित कोई भी जानकारी न दे।पिछले कुछ दिनों में इस प्रकार का साइबर क्राइम अपराधियों द्वारा बहुतायत में किया जा रहा है जिसमें उनके द्वारा आपको फोन कर कहा जाता है कि आपका बेटा, बेटी या परिवजन को किसी आपराधिक मामले में गिरफ्तार किया गया है तथा उन्हे छोड़नें के नाम पर पैसों की मांग की जाती है। अपराधी द्वारा अपने को पुलिस विभाग का अधिकारी या सीबी आई का अधिकारी बताया जाता है। यदि ऐसा कोई काल आपको आता है तो बिना घबराये सबसे पहले नजदीकी पुलिस थाने पर इसकी शिकायत दर्ज करायें और किसी भी स्थिति में कोई पैसा न भेजें। उन्होंने कहा कि कोई भी बैंक अधिकारी फोन पर कभी भी एटीएम, खाते व क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी नहीं मांगता।
इसलिए कभी भी फोन काल पर बैंक से संबंधित जानकारी शेयर न करें। क्यूआर कोड पैसा देनें के लिए होता है क्यूआर कोड स्कैन करनें पर पैसा कभी भी नहीं मिलता। किसी को भी मोबाइल या फ़ोन पर अपने खाते का विवरण न दे।किसी भी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर गूगल पर सर्च न करें बल्की उसकी आधिकारिक वेबसाइट से ही लें,क्योंकि साइबर ठगों ने अपने मोबाइल फोन नंबरों को विभिन्न आनलाइन कंपनियों के कस्टमर केयर के नाम से गूगल पर अपडेट कर रखा है। किसी भी प्रकार का साइबर क्राइम होनें पर तत्काल टोल फ्री नम्बर-1930 या वेवसाइट- www. cybercrime. gov.in पर रिपोर्ट करें। कार्यक्रम में साइबर थाने के उपनिरीक्षक आलोक सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर पुष्पराज शिवाजी मौर्य एवं महिला कांस्टेबल पुष्पा कुशवाहा मौजूद रहे।