इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
प्रतापगढ़। जनपद में दशहरे के एक दिन बाद होने वाले ऐतिहासिक सकुशल संम्पन्न हो गया। भरत मिलाप को सकुशल संम्पन्न कराने के लिए जिले की पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद दिखी।जिले का ऐतिहासिक भरत मिलाप कुछ छुटपुट वारदातों को छोड़ दिया जाय जो आम बात है। बाकी बड़े ही शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुआ। हर चौराहे और गलियों पर पुलिस कर्मियों सहित आला अधिकारी मौजूद रहे जिनकी देख—रेख में बहुत ही शांतिपूर्वक और खुशी के माहौल में संपन्न हुआ भरत मिलाप। यह भरत मिलाप राम और भाई भरत का मिलन था। साथ में और एक शिक्षा भी अपने अंदर समाहित करके दर्शाता है कि स्वार्थ और लालच में किसी भी परिस्थिति में व्यक्ति को अपने कर्तव्य को नहीं भूलना चाहिए। भाई का हक भाई को मिलना चाहिए। ऐसी शिक्षा हमारा धर्म रीति और वेद बताता है। हमारे पूर्वजों ने हमें संस्कार के विषय में नाना प्रकार से समझाया परंतु आज भाई-भाई का सबसे बड़ा दुश्मन बनता जा रहा जबकि सनातन धर्म आदिकाल से यह दर्शाता आ रहा है कि भाई का हक नहीं खाना चाहिए।