इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
मछलीशहर, जौनपुर। तहसीलदार रवि रंजन कश्यप के खिलाफ भ्रष्टाचार की नारेबाजी करते हुए जब अधिवक्ता उनको ही प्रार्थना पत्र देने के लिए उनके चैंबर के बाहर पहुंचे तब उनके द्वारा अधिवक्ताओं की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाने लगी। तहसीलदार ने धमकी देते हुए कहा कि 5 मिनट लगेगा। सभी को उठवा देता हूं। इसके बाद अधिवक्ताओं ने तहसीलदार कोर्ट में जमकर बवाल काटा। तत्पश्चात हुई साधारण सभा की बैठक में अधिवक्ताओं ने एक मत से तहसीलदार के स्थानांतरण तक उनके न्यायालय का बहिष्कार करने का निर्णय लिया।
बताया गया कि अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष बलराम यादव ने तहसील पहुंचने पर अधिवक्ताओं को बताया कि एक फाइल में तहसीलदार द्वारा 3 लाख की मांग की जा रही है। इसके बाद अधिवक्ता भड़क गए और तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जब उनके चेम्बर के नजदीक पहुंचे तो तहसीलदार ने अधिवक्ताओं की वीडियो रिकॉर्डिंग करवानी शुरू कर दी और पुलिस द्वारा उठवा लेने की धमकी देने के साथ एक वरिष्ठ अधिवक्ता के प्रति भी असम्मानजनक शब्दों का प्रयोग किया।
साधारण सभा की बैठक में अधिवक्ताओं ने बताया कि बुधवार को भी अधिवक्ता राजेंद्र यादव की धर्मपत्नी के निधन पर अधिवक्ताओं ने शोकसभा करके स्वयं को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया था जिसकी लिखित सूचना देने कुछ अधिवक्ता तहसीलदार रवि रंजन कश्यप के चेंबर में पहुंचे। इस पर तहसीलदार ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि कुत्ते के मरने पर भी अधिवक्ता शोक प्रस्ताव कर देते हैं। अधिवक्ता संघ की साधारण सभा की बैठक अध्यक्ष हुबेदार पटेल की अध्यक्षता में हुई जिसमें अधिवक्ताओं ने तहसीलदार की कार्यशैली बोली भाषा, आचरण और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए उनके न्यायालय का स्थानांतरण होने तक अनिश्चितकालीन बहिष्कार कर दिया।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद सिन्हा, प्रेम बिहारी यादव, संजीव चौधरी, ब्रह्मदेव शुक्ला, भारत लाल यादव, हरिनायक तिवारी, सरजू प्रसाद बिन्द, अशोक श्रीवास्तव, वेद श्रीवास्तव, बलराम यादव, इंदु सिंह, रामसूरत पटेल, भारत सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, बलराम यादव, रामसिंह यादव, अजय यादव, पवन गुप्ता, अवनीन्द्र दुबे, आशीष चौबे, अर्जुन विश्वकर्मा, बृजेश यादव, अनुराग श्रीवास्तव, अशोक मिश्रा, आलोक विश्वकर्मा, सुरेश चंद मौर्य, गुलशन मौर्य, अच्छे लाल विश्वकर्मा, जयशंकर यादव आदि उपस्थित रहे।
बताया गया कि अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष बलराम यादव ने तहसील पहुंचने पर अधिवक्ताओं को बताया कि एक फाइल में तहसीलदार द्वारा 3 लाख की मांग की जा रही है। इसके बाद अधिवक्ता भड़क गए और तहसीलदार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जब उनके चेम्बर के नजदीक पहुंचे तो तहसीलदार ने अधिवक्ताओं की वीडियो रिकॉर्डिंग करवानी शुरू कर दी और पुलिस द्वारा उठवा लेने की धमकी देने के साथ एक वरिष्ठ अधिवक्ता के प्रति भी असम्मानजनक शब्दों का प्रयोग किया।
साधारण सभा की बैठक में अधिवक्ताओं ने बताया कि बुधवार को भी अधिवक्ता राजेंद्र यादव की धर्मपत्नी के निधन पर अधिवक्ताओं ने शोकसभा करके स्वयं को न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया था जिसकी लिखित सूचना देने कुछ अधिवक्ता तहसीलदार रवि रंजन कश्यप के चेंबर में पहुंचे। इस पर तहसीलदार ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि कुत्ते के मरने पर भी अधिवक्ता शोक प्रस्ताव कर देते हैं। अधिवक्ता संघ की साधारण सभा की बैठक अध्यक्ष हुबेदार पटेल की अध्यक्षता में हुई जिसमें अधिवक्ताओं ने तहसीलदार की कार्यशैली बोली भाषा, आचरण और भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए उनके न्यायालय का स्थानांतरण होने तक अनिश्चितकालीन बहिष्कार कर दिया।इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद सिन्हा, प्रेम बिहारी यादव, संजीव चौधरी, ब्रह्मदेव शुक्ला, भारत लाल यादव, हरिनायक तिवारी, सरजू प्रसाद बिन्द, अशोक श्रीवास्तव, वेद श्रीवास्तव, बलराम यादव, इंदु सिंह, रामसूरत पटेल, भारत सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, बलराम यादव, रामसिंह यादव, अजय यादव, पवन गुप्ता, अवनीन्द्र दुबे, आशीष चौबे, अर्जुन विश्वकर्मा, बृजेश यादव, अनुराग श्रीवास्तव, अशोक मिश्रा, आलोक विश्वकर्मा, सुरेश चंद मौर्य, गुलशन मौर्य, अच्छे लाल विश्वकर्मा, जयशंकर यादव आदि उपस्थित रहे।