इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
खुटहन, जौनपुर। स्थानीय थाना पुलिस टीम द्वारा क्षेत्र के ग्राम पनौली में हुई हत्या का अनवारण करते हुये घटना में शामिल 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, मृतक की मोबाइल व आला कत्ल ईंट बरामद किया।पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया गया कि बीते 26 दिसम्बर को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम पनौली में फूलचन्द उर्फ सेवाराम पासवान 60 वर्ष निवासी ग्राम पनौली थाना खुटहन की किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या कर दी गयी। इस सम्बन्ध में वादी मुकदमा मेवालाल पुत्र चन्द्रभूषण पासवान ने प्रार्थना पत्र दिये कि बड़े भाई फूलचन्द जो गाँव के सड़क पर ग्राहक सेवा केन्द्र (U.B.I) चलाते हैं, घर से सुबह 9.45 बजे दुकान पर आये। सुबह 10.15 बजे दुखान का सटर गिरा था। बाहर गाँव की दो—तीन औरतें खड़ी थीं। अन्दर से आवाज आ रही थी। सटर उठाकर देखा गया तो दुकान के अन्दर फूलचन्द कुर्सी पर पड़े थे जो कराह रहे थे। सिर से खून बह रहा था। सिर पर किसी धारदार चीज से मारकर चोट पहुंचाया गया था। उनको लेकर शाहगंज जाते समय रास्ते में मृत्यु हो जाने जेब से 1 लाख 67 हजार रूपये मौजूद होने के सम्बन्ध प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ। इस सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर धारा 103(1) बीएनएस बनाम अज्ञात पंजीकृत हुआ।गिरफ्तारी का विवरण- खुटहन पुलिस टीम द्वारा मिली सूचना पर वनुआडीह तिराहे पर अभियुक्तगण राजेश यादव व अंकित गुप्ता उपरोक्त को हिरासत पुलिस में लेकर पूछताछ किया गया तो घटना में प्रयुक्त एक ईंट का टुकड़ा, मृतक के दुकान की चाबी, एक स्क्रीन टच मोबाइल जिसके कवर में एक वोडाफोन सिम तथा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल अभियुक्तगण के निशानदेही पर बरामद किया गया।अभियुक्त राजेश यादव ने बताया कि मैं वर्ष 2005 में प्रधानी का चुनाव लड़ा था। हार गया था। वर्ष 2015 में मेरा गांव सुरक्षित सीट हो गयी थी। मृतक फूलचन्द्र चुनाव लड़े थे और मैं अपनी तरफ से राम श्रृंगार पासवान को चुनाव लड़ाया था। मेरा प्रत्याशी चुनाव जीत गया था। फूलचन्द्र तभी से मुझसे रंजिश रखते थे। इस बार भी मुझे चुनाव लड़ना था और फूलचन्द्र को भी चुनाव लड़ना था। मुझे शक था कि मुझे फुलचन्द्र हानि पहुंचा सकते हैं। 26 दिसम्बर को सुबह मैं अपने साथी अंकित गुप्ता के साथ फूलचन्द्र के जनसेवा केन्द्र पर पहुंचा और उनको इस बार चुनाव न ल़डने के लिये कह रहा था। इसी बीच हम लोगों के बीच बातचीत बढ़ गयी। मैं आवेश में आकर दुकान के पास रखी ईंट उठाकर फूलचन्द्र के सिर पर कई प्रहार कर दिया। मेरे साथ अंकित ने भी मारने में सहयोग किया। हम दोनों लोग शटर बन्द करके वहां से मोटरसाइकिल से चले गये और फूलचन्द्र की मोबाइल एनएनसी स्कूल के हाते में फेंक दिये। हम लोग पकड़े न जायं, किसी को शक न हो, गांव वालों के साथ मिलकर पुलिस और फूलचन्द्र के परिवार के हर गतिविधियों पर नजर रख रहे थे कि अंतत: पकड़ लिये गये।गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष रामाश्रय राय, व.उ.नि. अजय शर्मा, का. आनन्द पासवान, का. अजय यादव, का. कुलदीप गोस्वामी, का. सुरेन्द्र वर्मा, का. सोनू यादव शामिल रहे।