इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
गाजीपुर।। प्राथमिक विद्यालय सादात प्रथम सुविधाओं के मामले में आज भी फिसड्डी है। यथा नाम तथा गुण की परिकल्पना से यस प्राथमिक विद्यालय आज भी कोसों दूर है।शासन की महत्त्वाकांक्षी कायाकल्प योजना के 19 पैरामीटर पर यह विद्यालय संतृप्तिकरण से काफी दूर है। आलम यह है कि कमरों के अभाव में ठंढ के मौसम में भी नौनिहालों को यहां बरामदे में ही बैठकर अपनी पढ़ाई पूरी करने की मजबूरी है।जिला प्रशासन तथा बेसिक शिक्षा विभाग सारी हकीकत जानते हुए भी मौन है। ठंढ और गलन आरम्भ होने के बावजूद बरामदे में बैठकर ठंढ से जूझते बच्चे बेहतर शिक्षा कैसे पा सकेंगे। यह सोचकर अभिभावक भी परेशान हैं।उल्लेखनीय है कि शिक्षा क्षेत्र सादात अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय सादात प्रथम में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या 145 है। यहां प्रधानाध्यापक सत्यभामा दीक्षित सहित पांच शिक्षक स्वभावती देवी, पूजा यादव, कंचन कुमारी और जितेन्द्र गुप्ता की नियुक्ति है। वर्तमान समय में यहां मात्र चार कमरे हैं, जिनमें से एक कमरा कार्यालय का है और पढ़ाई सिर्फ तीन कमरे में होती है। कमरा न होने से कक्षा एक के बच्चों को बाहर बरामदा में बैठाकर पढ़ाया जाता है, जबकि कक्षा दो व तीन के बच्चों को एक ही कमरे में संयुक्त रूप से पढ़ाया जाता है। कक्षा चार व पांच का कमरा अलग अलग है। इसके साथ ही विद्यालय में फर्नीचर का भी अभाव है। बरामदे में टाटपट्टी पर बैठकर बच्चे पढ़ते हैं और फिर वहीं बैठकर बच्चे मध्याह्न भोजन भी करते हैं।कायाकल्प योजना के तहत इस विद्यालय में टूटी चहारदीवारी का निर्माण, दिव्यांग शौचालय, शौचालय, मूत्रालय का टाइलीकरण, हैंडपंप की मरम्मत, पर्याप्त फर्नीचर की व्यवस्था सहित कमरों के निर्माण की आवश्यकता है। अभिभावकों का कहना है कि यदि इस विद्यालय पर छात्रों हेतु आवश्यक साधनों की पूर्ति विभाग द्वारा नहीं की जाती है तो हम अपने नौनिहालों को यहां से हटाकर अन्य प्राइवेट स्कूलों में भेजने को बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।