इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
उतरौला, बलरामपुर। जिले के ग्रामीण इलाकों की खस्ताहाल सड़कें विकास के दावों की खोल रही पोल। आलम यह है कि पता लगाना मुश्किल हो गया है कि सड़क पर गड्ढा है। गड्ढे में सड़क हो गई है। स्थानीय जिम्मेदारों का इस ओर नहीं जा है ध्यान है।हैरत की बात तो यह है कि उतरौला विधानसभा 293 से बीजेपी विधायक राम प्रताप वर्मा द्वारा दो बार से प्रतिनिधित्व किया जा रहा है। बावजूद इसके मुख्य सड़कें बदहाल पड़ी हैं गड्ढा मुक्त करने के नाम पर लाखों रुपए भी खर्च किये गये। इस सड़क पर बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी है। सूत्रों की मानें तो कभी AC गाड़ी में बैठकर कभी—कभार फर्राटा भरने वाले इस सड़क से गुजरने वाले राहगीरों का दर्द कैसे दिखाई दे, सड़कें गड्ढा मुक्त करने का दावा तो प्रदेश की भाजपा सरकार व भाजपा विधायक तो करते है लेकिन खस्ताहाल पड़ी विधानसभा क्षेत्र की कई सड़कें गड्ढा मुक्त दावे की पोल खोल रही हैं। चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा होता न देख क्षेत्रीय जनता अपने को ठगा महसूस कर रही है।
सूत्रों की मानें तो आने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में दम भरने को बेताब वर्तमान विधायक से जनता इस बार दस साल में कराएं गए विकास का भी हिसाब-किताब लेने को बेताब है। मानसून के दस्तक देते ही अधिकाश सड़कों पर पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। उतरौला से गैड़ास बुजुर्ग थाने से करीब 15 किलोमीटर सड़क दशकों पहले बनाई गई थी लेकिन अब यह सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। इस रोड से ग्राम दुधारा, सहियापुर, पलटन डीह, धुसवा बाजार, रामपुर अरना, सहदुलाहनगर बजार सहित छोटे बंजारों को जोड़ती हैं। मुख्य सड़क होने से हजारों लोग जर्जर सड़क से गुजरते हैं। सड़क जर्जर होने से टेंपो, मैजिक जैसे सवारी वाहनों का भी चलना करीब बंद हो गए हैं। हालत ये हैं कि बाइक सवारों तक को आने—जाने में दिक्कत होती है। आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं। समस्या से जूझ रहे राहगीरों की मानें तो विधानसभा चुनाव के समय भाजपा प्रत्याशी रहे व वर्तमान विधायक राम प्रताप वर्मा ने जीतने पर सड़क बनवाने का आश्वासन दिया था। राम प्रताप वर्मा जीत भी गये लेकिन उसके बाद अपने किए गए वादे को भूल गए। उत्तर प्रदेश में लगभग 8 साल से भाजपा यानी उनकी पार्टी की सरकार है लेकिन अभी तक सहदुलाहनगर से गैड़ास बुजुर्ग तक के जाने वाली इस सड़क का निर्माण नहीं करा पाए है। लोकसभा चुनाव के समय भाजपा प्रत्याशी रहे व वर्तमान में केंद्रीय मंत्री किर्तिवर्धन सिंह ने भी सड़क बनवाने की बात कही थी लेकिन जीतने के बाद वह भी जनता का दर्द भूल गये।