इंद्रा एक्सप्रेस नेटवर्क
अयोध्या। श्री रामजन्मभूमि मंदिर के राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व सोमवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा सरयू जल कलश यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा से पूर्व सरयू नदी के तट पर पूजन हुआ।जिसमें सरयू तट से सैकड़ों महिलाओं ने पीतांबरी वस्त्र धारण करके सिर पर सरयू जल से भरा कलश लेकर संत तुलसी घाट से शास्त्री नगर श्रृंगार घाट, हनुमानगढ़ी, रामकोट दशरथ महल,रंग महल होते हुए तीन किलो मीटर की दूरी तय करके श्री राम जन्मभूमि पहुंची।यात्रा में श्री राम मंदिर के ट्रस्टी चंपत राय, डॉ.अनिल मिश्रा शामिल रहे।तीन,चार और पांच को विधिवत पूजन और अनुष्ठानों के साथ प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न होगी।राम नगरी सहित काशी,प्रयाग, सहित अन्य स्थानों से आए करीब 120 आचार्यों के मंत्रोच्चारण के बीच श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में स्थित यज्ञ मंडप में आयोजन प्रारंभ होंगे।इसके लिए यज्ञ मंडप पहले से तैयार कर लिया गया है।काशी के यज्ञाचार्य जय प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में ज्योतिषाचार्य प्रवीण शर्मा, इंद्रदेव इत्यादि पूजन सम्पन्न कराएंगे।यह कार्यक्रम तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र के प्रथमतल पर होंगे।तीन जून को सुबह 6.30 बजे से 7.00 बजे तक हनुमान चालीसा पाठ, सुबह 7 बजे से अपराह्न 12 बजे तक विजय महामंत्र संकीर्तन एवं सायं 3.30 बजे से 6.30 बजे तक संगीतमय विजय महामंत्र संकीर्तन होगा।सात मंदिरों में होनी है प्राण प्रतिष्ठा राम दरबार की स्थापना प्रथम तल पर हुई है।जबकि परकोटे में छह मंदिरों में मां अन्नपूर्णा, मां भगवती, गणेश, हनुमान,शिव, भगवान सूर्य की मूर्तियों की स्थापना की गई है।इन मंदिरों में 5 जून को प्राण प्रतिष्ठा होगी। सप्त मंडप में सात मंदिर बने हैं। इनमें महर्षि वाल्मीकि,महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, महर्षि वशिष्ठ,निषादराज, अहिल्या एवं शबरी की मूर्ति स्थापित की जा चुकी है।